रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

यह एक रोचक तथ्य है कि जिन हिंदी प्रदेशों में सामंती प्रथा और धार्मिक लुटेरों का वर्चस्व अधिक था, वहीं रावण के सबसे अधिक पुतले…
Jain Hand

दलित और आदिवासियों को जैन धर्म अपनाना चाहिए!

महावीर सांगलीकर jainway@gmail.com जैन धर्म: एक बेहतर विकल्प……. भारत में दलित और आदिवासी समाज एक महत्वपूर्ण सामाजिक समूह हैं, जिनका अस्तित्व सदियों से अनेक सामाजिक,…