Tag: जैन धर्म

जैन दर्शन का सार
जैन दर्शन आत्मा की स्वतंत्रता को महत्व देता है, इसलिए विवेक आधारित जीवन को ही श्रेष्ठ माना गया है.बाहरी अनुशासन में डर, दबाव या परंपरा…

यापनीय संप्रदाय: जैन धर्म का भूला-बिसरा अध्याय
यापनीय संप्रदाय जैन धर्म के इतिहास का एक रोचक अध्याय है, जो जैन परंपराओं में विविधता और लचीलेपन को दर्शाता है. यह संप्रदाय आज भले…

दलित और आदिवासियों को जैन धर्म अपनाना चाहिए!
महावीर सांगलीकर jainway@gmail.com जैन धर्म: एक बेहतर विकल्प……. भारत में दलित और आदिवासी समाज एक महत्वपूर्ण सामाजिक समूह हैं, जिनका अस्तित्व सदियों से अनेक सामाजिक,…