रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

यह एक रोचक तथ्य है कि जिन हिंदी प्रदेशों में सामंती प्रथा और धार्मिक लुटेरों का वर्चस्व अधिक था, वहीं रावण के सबसे अधिक पुतले…
Mughal Emperor Akbar:

मुग़ल काल में जैन धर्म और समाज

मुगलों के प्रभाव से जैन मंदिरों पर गुमट और मंदिरों के भीतर मुग़ल कुम्भी और भित्तिचित्र दिखाई देने लगे. दूसरी और फारसी कविताओं में जैन…
जैन धर्म की प्राचीनता

जैन धर्म पुराना है या हिन्दू धर्म? क्या वैदिक धर्म जैन धर्म से भी प्राचीन है?

हमें अपने धर्म के प्राचीनता के बारे में नहीं बल्कि वर्तमान और भविष्य के बारे में सोचना चाहिये. मान लिया कि आपका धर्म दुनिया में…
Jain Mission

जैन मिशन वेबसाइट के लिए लेख, कहानियां, समाचार भेजिए

यदि आप एक सामाजिक कार्यकर्ता, विचारक, लेखक, या जैन धर्म और समाज में रुचि रखने वाले व्यक्ति हैं, तो हम आपको जैन मिशन वेबसाइट के…
Bhamashah and Maharana Pratap

भामाशाह: महाराणा प्रताप के सच्चे साथी

भामाशाह का जन्म 29 अप्रैल 1547 को एक प्रतिष्ठित ओसवाल जैन परिवार में हुआ था. उनके पिता भारमल मेवाड़ के राजा उदय सिंह द्वितीय के…
वनराज चावडा

वनराज चावडा: जैन धर्म के संरक्षक राजा

वनराज चावडा का जीवन शुरुआत से ही संघर्षों से भरा था. कई ऐतिहासिक ग्रंथों, जैसे कि कृष्णभट्ट की रत्नमाला और मेरुतुंग की प्रबंध चिंतामणि में…
यापनीय संप्रदाय

यापनीय संप्रदाय: जैन धर्म का भूला-बिसरा अध्याय

यापनीय संप्रदाय जैन धर्म के इतिहास का एक रोचक अध्याय है, जो जैन परंपराओं में विविधता और लचीलेपन को दर्शाता है. यह संप्रदाय आज भले…
Suparshwanath

मातंग वंश और जैन धर्म

मातंग वंश का इतिहास गौरवशाली और प्राचीन है, लेकिन इसपर ज्यादा शोध कार्य नहीं हुआ है. जो कुछ शोधकार्य हो गया है है वह बौद्ध…