जैन साधु – आडंबर या वास्तविक संत?

वर्तमान समय में जैन साधुओं के हालात चिंताजनक हैं. कई साधु केवल दिखावे, भव्यता और प्रभाव के लिए साधना करते दिखते हैं. उनका उद्देश्य समाज…
रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

रावण : श्रमण संस्कृति का साधक और रक्षक

यह एक रोचक तथ्य है कि जिन हिंदी प्रदेशों में सामंती प्रथा और धार्मिक लुटेरों का वर्चस्व अधिक था, वहीं रावण के सबसे अधिक पुतले…
Mughal Emperor Akbar:

मुग़ल काल में जैन धर्म और समाज

मुगलों के प्रभाव से जैन मंदिरों पर गुमट और मंदिरों के भीतर मुग़ल कुम्भी और भित्तिचित्र दिखाई देने लगे. दूसरी और फारसी कविताओं में जैन…
JITO

JITO की असलियत: भाई-भतीजावाद, राजनीति और अनैतिकता का पर्दाफाश

JITO एक ऐसा व्यापारिक संगठन है, जो जैन विरासत का इस्तेमाल तो करता है, लेकिन उसे कमजोर करता है. जैसा एक कर्मचारी ने कहा: “जब…
Jain Mission

जैन मिशन वेबसाइट के लिए लेख, कहानियां, समाचार भेजिए

यदि आप एक सामाजिक कार्यकर्ता, विचारक, लेखक, या जैन धर्म और समाज में रुचि रखने वाले व्यक्ति हैं, तो हम आपको जैन मिशन वेबसाइट के…

धार्मिक स्थलों के दस्तावेज और अल्पसंख्यकों की सुविधाओं पर जन-जागरूकता

आज भारत सरकार धार्मिक स्थलों की संपत्तियों और उनके कानूनी अधिकारों को गंभीरता से देख रही है. यदि किसी मंदिर, स्थानक या तीर्थ की जमीन…
दिगंबर-श्वेतांबर

दिगंबर-श्वेतांबर विवाह: समय की पुकार

आधुनिक युग में सामजिक तौर पर दिगंबर और श्वेताम्बर समाज के बीच की खाई कम हो रही है. (भले ही कुछ कलहप्रिय और कट्टरतावादी लोग…

जातीय जनगणना और जैन समाज

कुछ जैन लोग ऐसा प्रचार कर रहे हैं कि जैनियों को जाति के कॉलम में भी जैन लिखना चाहिए. यह एक निहायत ही गलत बात…